प्रदेश सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त हो गई है। सरकार ने एचआरटीसी में लगभग 15 लाख रुपए की गड़बड़ी करने पर एक कर्मचारी को टर्मिनेट कर दिया है। कर्मचारी पर आरोप थे कि वह एचआरटीसी के ड्राइवरों व कंडक्टरों की बकाया राशि के साथ गड़बड़ी करता था और आधी राशि अपने खाते में डाल लिया करता था। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला एचआरटीसी के चम्बा डिपो का है। चम्बा डिपो में तैनात सीनियर ऑडिटर पर लगे आरोपों की जांच के बाद एचआरटीसी प्रबंधन ने उसे तुरंत टर्मिनेट कर दिया है। निगम प्रबंधन के पास 2020 में यह मामला आया था। जिस पर प्रारंभिक जांच में कर्मचारी को पहले निलंबित किया गया था और फिर रोहड़ू में बहाल कर दिया था अब जांच पूरी होने के बाद नौकरी से बर्खास्त किया है। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने मामले की पुष्टि की है।
बताया जा रहा है कि एचआरटीसी कंडक्टरों के नाइट ओवरटाइम व अन्य बकाया राशि के बिल इसी व्यक्ति से होकर अप्रूव होते थे। यह कर्मचारी सभी कंडक्टरों जो जारी होने वाली कुल राशि में से कुछ हिस्सा अपने खाते में डाल दिया करता था। इस तरह से आरोपी ने कुल 15 लाख रुपए की राशि जो कंडक्टरों को मिलनी थी, अपने खाते में डाल दी। मामले की सूचना मिलते ही एचआरटीसी प्रबंधन ने इस व्यक्ति के खिलाफ जांच बिठाई है। एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से बिठाई गई जांच में आरोपी दोषी पाया गया है। इसके बाद एचआरटीसी प्रबंधन ने आरोपी को नौकरी से टर्मिनेट कर दिया है। इससे पहले भी एचआरटीसी में इस तरह की घोटाले होते रहे हैं। इससे पहले देहरा और पालमपुर डिपो में भी इस तरह के घोटालों की शिकायतें सामने आई थी।
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